आरबीआई गवर्नर ने भारत के कहा कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने भारत में फिनटेक क्रांति में अभूतपूर्व भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि इसकी सफलता की कहानी दुनियाभर के लिए एक रोल मॉडल बन गई है. मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से बैंक खातों के बीच तुरंत पैसे को ट्रांसफर करने की इसकी क्षमता ने लोगों के डिजिटल लेनदेन के तरीके को बदल कर रख दिया है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि यूपीआई को अन्य देशों के पेमेंट सिस्टम के साथ जोड़ा जा रहा है. फिनटेक का लाभ उठाने और सीमापार से पेमेंट को बेहतर और सस्ता बनाने के लिये भारत और जापान की तेज पेमेंट सिस्टम को जोड़ने की संभावना का पता लगाया जा सकता है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि 2022 के शुरुआत में कोविड झटकों से उबरने के बाद ये उम्मीद थी कि सप्लाई में दिक्कतें खत्म होने और सामान्य मानयून से महंगाई से राहत मिलेगी और ये वित्त वर्ष 2022-23 के तीसरी तिमाही में 4 फीसदी तक महंगाई दर आ जाएगी. लेकिन रूस यूक्रेन युद्ध के चलते खाद्य और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बाद ये उम्मीद धरी की धरी रह गई. उसपर से स्थानी मौसमी हालातों ने स्थिति को खराब कर दिया. आरबीआई की एमपीसी के रोपे रेट में 2.50 फीसदी की बढ़ोतरी करनी पड़ी.